भेडिया को पट के दुसरे सिरे तक पौहूँचनेसे पेहले पकडना यह श्वान (और खेल) का लक्ष्य है।
हर खिलाडी को अपनी चाल में किसी भी एक निकटतम आगेवाले या पीछेवाले विकर्ण चौकट को चुनकर, श्वान को उस चौकट में हिलाना है।
भेडिया भी एक निकटतम विकर्ण चौकट में आगे या पीछे हिल सकता है।
बारी बारी से चाल चलना अनिवार्य है।
भेडिया पहली चाल चलता है।.
अगर भेडिया दुसरे सिरे तक पौहूंचता है या फिर कोई भी खिलाडी वैध चाल नहीं चल पाता तब बाजी ख़त्म होती है।
चाल चलने के लिये अपना मोहरा चुने हुये चौकट में खेंचिये।